आख़िरकार 27 जून 2008 को भारत एक खोज के डीवीडीज़ का लोकार्पण हो गया. दूरदर्शन के मंडी हाउस स्थित स्टूडियो में एक बडे ही सादे और शालीन समारोह में यह लोकार्पण सूचना-प्रसारण मंत्री प्रियरंजन दासमुंशी के हाथों हुआ. कार्यक्रम में ओमपुरी और श्याम बेनेगल भी थे. रोशन सेठ ने हाल ही में अपना घर बदला है और अपना नया पता सूचित नहीं किया इसलिये पुराने पते से उनका निमंत्रणपत्र वापस आ गया. मोबाइल फ़ोन वो रखते नहीं हैं.
श्याम बेनेगल ने भारत एक खोज बनने के दिनों को बहुत हार्दिकता से याद किया और इस सीरियल के महत्व को रेखांकित किया. ओमपुरी ने भी इसी तरह के अहसास ज़ाहिर किये... दूरदर्शन के आर्काइव्स ने इस मौक़े पर श्याम बेनेगल और ओमपुरी के साथ एक-एक एक्सक्ल्यूसिव इंटरव्यू भी रिकॉर्ड किये. श्याम के साथ बातचीत ज़ियाउस्सलाम ने की और ओम के साथ के.विक्रम सिंह ने. ओम से आख़ीर में विक्रम ने पूछा कि भारत एक खोज से निजी तौर पर उन्होंने क्या सीखा, तो उनका जवाब था- रामायण में रावण की भूमिका करते हुए उसीकी एक बात कहूँगा जो मुझे इंस्पायर करती है- "कोई अच्छा विचार आए तो उसे फ़ौरन कर डालो, और कोई बुरा विचार मन में आए तो उसे करने से पहले थोडा रुको."
प्रीमियम पैक-बीस हज़ार रुपये;
इकॉनॉमी पैक-तेरह हज़ार रुपये क़ीमत वाले ये डीवीडी सेट सचमुच बेशक़ीमती है-
संपर्क करें-
ईमेल ddarchives@dd.nic.in
फ़ोन- 011-23421271
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मीटर
आना जाना लगा रहेगा, एक आयेगा एक जायेगा
21 comments:
अच्छी ख़बर...
बीस हजार रुपए..
कल हमने कहा था कि लाते हैं बच्चों के लिए शानदार उपहार होगा पर इस कीमत पर खरीदना अपनी कूवत से बाहर है।
बस उम्मीद कर सकते हैं नेहरू प्लेस/ पालिका में पाइरेटेड दिखा कभी तो झट लपक लेंगे।
खरीदनी तो पड़ेगी ..इंस्टॉलमेंट पर नहीं मिलेगी क्या :-) ?
बेशकीमती है लेकिन बहुत बहुत बहुत मंहगा है. यदि सस्ते दामों पर निकाला जाता तो बहुत बिकता. हर किसी का फायदा होता.
क्या कहें इसे?अच्छी खबर या...? बीस हज़ार रुपये में डी वी डी? कितने लोग खरीदेंगे भाई? वैसे भी, जिनकी हैसियत इतना पैसा खर्च करने की है उनकी प्राथमिकता में 'भारत एक खोज' नहीं है, और जिनकी प्राथमिकता में है उनकी जेब इतनी भरी या भारी नहीं है.
अच्छा मज़ाक है यह. बीस हज़ार रुपये में भारत एक खोज के डी वी डी. कौन खरीदेगा इसे? खरीदना चाह कर भी. और इसे पाइरेट भी शायद ही कोई करे, क्योंकि इस तरह के कार्यक्रम सुपर हिट तो दुर्भाग्य से होते नहीं. तो बस, हम खुश होते रहेंगे कि डी वी डी ज़ारी हो गई है. खरीद तो कभी नहीं पाएंगे.
बीस हज़ार में तो कुछ दिनों में टाइम मशीन मिलने वाली है. कुछ सस्ता जुगाड़ बताओ सस्ताधिराज!
बहुत महंगी है। लगता है यह व्यक्तिगत वितरण के लिए है ही नहीं। संस्थाओं के लिए है। हो सकता है एक संस्करण बिक जाने पर दूसरा सस्ता आए। तब तक प्रतीक्षा करनी होगी। इस से नेहरू जी की पुस्तक खरीद लेना अधिक श्रेयस्कर है।
सूचना तो सुखद है. बस अब यह बता दीजिये कि DVDs रक्खे कहाँ हैं?
बड़ा महंग ब्लॉग है। पहली ही पोस्ट में बीस हजार की चीज ठेल रहा है!
बड़ा मंहगा है मगर वर्थ द प्राईज होगा. शायद आगे कुछ सस्ता होकर आम जन तक पहुँचे.
आज सुबह ही पल्लव बुधकर ने ये खबर सुनाई। बीस हज़ार कीमत सुनकर अपनी भी यही प्रतिक्रिया थी । पाइरेटेड के दौर में ये रकम बहुत ज्यादा है।
देखते हैं सस्ते की राह....
कोई और जुगाड़ हो तो बताइये इरफान साहेब...
बरसों से इसे सहेजने की ललक है।
20000.......
kya ise aise pad sakte hain...
20.000 Rs
मैं अपने बच्चों को अक्सर 'भारत एक खोज' के बारे में बताता हूँ। उपहार स्वरूप देने की सोच तो मेरी भी थी, लेकिन बीस हज्जाआआआआआर !!!
लगता है दादा दादी की कहानियों जैसा ही सुनाना पड़ेगा।
बड़ी अच्छी ख़बर दी..और साथ में बहुत बुरी भी नत्थी कर दी !
बेसब्री से इन्तेज़ार था, इसका ।
शीर्षक पढ़ कर झूम गया
किंतु कीमत पढ़ कर घूम गया
मेरे जैसे उज़बक, जो पाइरेटेड से परहेज़ करते हैं, का क्या होगा ?
प्रसार भारती के साथ एक दिक्क़त ये है कि या तो माल की ढ़ंग से मार्केटिंग नहीं करेगा और प्रॉडक्ट निकाले तो प्रीमियम प्राइस पर.इरफ़ान भाई यदि आप ख़बर न करते तो शायद ये ख़बर आम भी न होती.साक्षरता दिवस के पूरे पेज के इश्तेहार प्रधानमंत्री और शिक्षा मंत्री के चित्रों के साथ निकाल सकते हैं लेकिन भारत एक खोज जैसे रचनात्मक कार का प्रचार ढ़ंग से न करेंगे.एडवरटाइज़ करने अपने आप बड़ी बिक्री मिलती है और अपने आप क़ीमत कम हो सकती है. बीस हज़ार की क़ीमत रखने का मतलब यह भी है कि प्रसार भारती जानता है जो क़ीमत इस काम को तैयार करने में लगी है उसकी वसूली ज़्यादा क़ीमत रखने से ही होगी.यही काम कोई प्रायवेट कम्पनी करती तो शायद ऐसा नहीं होता.ख़ैर ...अभी तो यही कहूँगा...अंगूर खट्टे हैं.
well its a pleasant surprise that ''bharat ek khoj '' is still remembered and people still want to view it . i remember how we as kids used to watch it without fail . the times have changed so much that it is difficult to imagine the younger generation to take interest in watching this serial while they are hooked to useless crap productions of perverted minds and are learning nothing sensible . but it is still good to know that people remember and want to seee it again.
the price is too high and shocking . i agree with the comments of dr.durgaprasad aggarwal and many others . the best thing is to telecast it on a prime channel and prime time to get more viewers to see the serial . i remember i never liked to miss the title song. it sounds
very beautiful and still echoes in my mind . infact even i wanted to see it again as i have forgotten it after such a long gap . it would be good to be able
to see again on tv
thanks
........ सभी Comments एक हीं बात कह रहा है . बीस हज़ार रुपये में 'भारत एक खोज' डी वी डी ये रकम बहुत ज्यादा है।
प्रसार भारती ने क्या किया 2.5 साल में ...?
....................SHRIKANT
भारत एक खोज की dvd के दामों के बारे में लोगो की राय पढ़ के लगा भारत के सभी लोगो में जज्बा तो एक ही हैं पर सत्ता का घमंड हमेशा इसका मजाक निकलने में ही अपनी शान समझता हैं फिर भी हम सब दिल से कहेंगे मेरा भारत महान
भारत एक खोज की dvd के दामों के बारे में लोगो की राय पढ़ के लगा भारत के सभी लोगो में जज्बा तो एक ही हैं पर सत्ता का घमंड हमेशा इसका मजाक निकलने में ही अपनी शान समझता हैं फिर भी हम सब दिल से कहेंगे मेरा भारत महान
इरफ़ान साहेब , मैंने इसी लालच में इस पोस्ट को क्लिक किया कि शायद सस्ते में होंगा , लेकिन इतनी कीमत !!! देखते है , कभी तो सस्ता होंगा .. लूँगा जरुर, क्योंकि वाकई में ये सीरियल बहुत उम्दा था.
विजय
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